ऐसे ही गुज़रे थे उस रात की दो पल बस दिल ही दिल में होता था हलचल। ऐसे ही गुज़रे थे उस रात की दो पल बस दिल ही दिल में होता था हलचल।
हम देखते रहे वो भीगते रहे.... हम देखते रहे वो भीगते रहे....
सांस थम जाये, ये पल ठहर जाये, ज़मीं रूक जाये... सांस थम जाये, ये पल ठहर जाये, ज़मीं रूक जाये...
कोई तुझे देख न ले... कोई तुझे देख न ले...
याद है अब भी पलट के देखना वो दूर तक... याद है अब भी पलट के देखना वो दूर तक...
कर्तव्य पथ पर रखना मुझे, तुम साक्षी रहो मेरे जिससे सच की आदत रहे मुझे। कर्तव्य पथ पर रखना मुझे, तुम साक्षी रहो मेरे जिससे सच की आदत रहे मुझे।